उत्तराखंड/ऋषिकेश। मानव जीवन केवल तन संवारने के लिए नही बल्कि मन संवारने के लिए है और मन केवल श्री हरि और राम के नाम से ही संवर सकता है। शरीर भले ही बूढ़ा हो जाएगा लेकिन मन कभी बूढ़ा नही होता है। यह राजगढ़ के पांच धाम एक मुकाम श्री माताजी मंदिर के ज्योतिषाचार्य श्री पुरुषोत्तमजी भारद्वाज ने ऋषिकेश धाम के परमार्थ निकेतन आश्रम में श्रीमद भागवत कथा का वाचन में यह उक्त शब्द कहे।
भागवत कथा का वाचन करते हुए श्री भारद्वाज ने कहा कि संसार मे भले कितने भी मित्र बना, लो कितनो से भी मित्रता करलो,सब एक दिन साथ छोड़ देगा, यहाँ तक कि आपका शरीर भी आपका एक दिन साथ छोड़ देगा।। लेकिन श्री हरि और राम का नाम कभी आपका साथ नही छोड़ेंगे। अंतिम समय में आपको मोक्ष की प्राप्त तो श्री हरि और राम के नाम से ही होगी।
गंगा किनारे से कथा स्थल तक निकली शोभायात्रा -
ऋषिकेश धाम पर गंगा किनारे स्थित श्री परमार्थ निकेतन आश्रम में ज्योतिषाचार्य श्री पुरुषोत्तमजी भारद्वाज के मुखारविंद से 28 अगस्त तक श्रीमद भागवत का वाचन होगा। कथा में शामिल होने हेतु राजगढ़, धार, इंदौर, टांडा, सरदारपुर सहित आसपास क्षेत्र के साथ ही दिल्ली और हरियाणा से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे है। रविवार को कथा प्रारंभ होने के पूर्व गंगा किनारे से कथा स्थल तक कलश शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में कथा के लाभार्थी परिवार भागवत पोथी उठाकर शामिल हुए। वही बड़ी संख्या में श्रद्धालु संकीर्तन करते हुए यात्रा में शामिल हुए।