(प्रो- डॉ दिनेश गुप्ता - आनंदश्री,आध्यात्मिक व्याख्याता माइन्डसेट गुरु)
यह वक्त बुरा है, ठोकर मार रहा है, थपेड़े मार रहा है। लेकिन एक बात है यह आपको बदल रहा है। आदते बदल रहा है। जीवन जीने का सिद्धान्त बदल रहा है।
1- नई सोच और विश्वास से नई दुनिया बनाते है: जो हो गया, वह हो गया। अब एक नई विश्वास, नए अनुभव से, नए मानसिकता से यह यात्रा की शुरुवात करते है।
2- बुरी आदतें छोडऩे का अवसर बनाते है: कोरोना के पहले की दुनिया मे बहुत सी गलत मान्यता अनुत्पादक आदतें हमने बना ली थी। इस नए नार्मल में नए आदते बनाते है और पुराने आदतों को छोडते है। देश की भलाई के लिए अनुत्पादक आदत से छुटकारा पाने का यह अवसर है।
3- सफाई की आदत - जीवन का अंग: आखिरकार हमें एहसास हो गया है कि स्वच्छता भी पुण्य जैसा है। महात्मा गांधी के कथन में - स्वच्छता में ही ईश्वर का वास है। लोग मास्क लगा रहे हैं। वे खुले में छींकने से बच रहे हैं और मुंह-नाक को ढंक रहे हैं। फर्श को साफ करना, डब्बों और बर्तनों को पौंछना और बार-बार हाथ धोना हमारी आदतें बनती जा रही हैं। मुँह, नाक के पास हाथ लगाने से बचें। धूम्रपान को ना कहें, और नए जीवन का हाँ कहे।
4-खुद के लिए समय: पैसे, दौलत बैंलेंस से ज्यादा व्यक्तिगत स्वास्थ्य और संवर्धन पर फोकस करें। यह न केवल समुचित कल्याण के लिए भविष्य का सच है, बल्कि ज्यादा से ज्यादा लोग जीवन के महत्वपूर्ण आवश्यकताओं के लिए भी समय निकालना होगा, जैसे ध्यान, योग, व्यायाम, प्रार्थना और पारिवारिक कार्यों के लिए। मैडिटेशन और प्रार्थना द्वरा अपने स्वस्थ फ्रीक्वेंसी तथा वायब्रेशन को बढ़ाते रहे।
5- रिश्तों में घोले नई मिठास: यह समय परिवार के लोगों को साथ में रहने का मौका है। ऐसे में परिवार के लोगों के साथ जो भी गिले-शिकवे हो, उन्हें दूर कर लीजिये। मौके को हाथ से मत जाने दीजिए। वक्त रेत की तरह हाथों से तेजी से फिसल जाता है, जो इन रिश्तों को वक्त के साथ नहीं जी पाता वो बाद में पछताता है। ये समय दूरी बनाकर संबंधों में मिठास घोलने का है।
6- बाउन्स बॅक को तैयार रहें: घटनाएँ आएगी, घटनाएं जाएगी। जब तक आपकी सांसे चलेगी तब तक यह प्रक्रिया चलाने वाली है। जल्दी से घटनाओं को स्वीकार करके बाउन्स बैक हो जाओ। सेटबैक से कम बैक हो जाओ। यही आपको जीने की नई राह देगा। सीखते रहे और बढते रहें। सच कहें तो यह कोरोना का समय सब कुछ नए तरीके से, नए सतह से फिर से शुरुआत करने का समय है।