(प्रो डॉ दिनेश गुप्ता आनंदश्री अध्यात्मिक व्याख्याता एवं माइन्डसेट गुरु मुम्बई)
अच्छी बात: आज कल हम "कोरोना" का विस्पोट सुन रहे है। लेकिन क्या सकारात्मक न्यूज, समाचार, विचार और बातों का विस्पोट कर सकते है क्या?
यह समय है इसी बड़ी उपलब्धि को हासिल करने का। यह समय है शरीर को निगेटिव और मन को पोसिटिव्ह रखने का।
आज एक प्रण करते है: जंहा भी जाएंगे, जिससे भी मिलेंगे, जो भी बात करेंगे केवल और केवल सकारात्मक बातें करेंगे। वही सुनेंगे, वही देखेंगे, वही बात करेंगे और वही पढ़ेंगे।
इंसान जो सोचेगा वही बन जायेगा। आपके विचार बीमार है या स्वास्थ है। स्वस्थ विचार ने ही स्वास्थ शरीर बसता है।
निगरानी जरुरी है: निगरानी करें, आंखों के पीछे कोई है जो आंखों को देख रहा है, आंखों के बाहर देख रहा है। निगरानी कीजिये। उसी निगरानी से सकारात्मक दृष्टिकोण बनाते है। नए जीवन को आकार देते है।
आओ सकारात्मकता का विस्फोट करते है। हर तरफ सकारात्मक से लोगो को संक्रमित करते है।