राजगढ़ (धार) म.प्र. । श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वे. पेढ़ी ट्रस्ट श्री मोहनखेड़ा तीर्थ के तत्वाधान में व दादा गुरुदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की पाट परम्परा के वर्तमान गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की पावनतम निश्रा एवं उनके के शिष्यरत्न कार्यदक्ष मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रुपेन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जिनचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जीतचन्द्रविजयजी म.सा. एवं वरिष्ठ तपस्वी साध्वी श्री किरणप्रभाश्री जी म.सा. साध्वी श्री सद्गुणाश्री जी म.सा. आदि ठाणा के सानिध्य में युवाप्रेरक मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म.सा. का 40 वां जन्मदिवस जीवदया दिवस के रुप में मनाया गया । तीर्थ के मुख्य द्वार से अंहिसा जीवदया यात्रा निकालकर गौशाला में गायों को गुड़ लापसी, फल, हरी सब्जी व घास आदि का आहार दिया गया । गौशाला में तीर्थ के मेनेजिंग ट्रस्टी सुजानमल सेठ ने लाभार्थी परिवार के साथ गौ माता का पूजन किया ।
तीर्थ परिसर में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जीतचन्द्रविजयजी म.सा. एवं साध्वीवृंद की निश्रा में श्री सिद्धाचल पट के समक्ष सिद्धाचल भाव यात्रा के साथ गिरिराज की वंदना की ।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविका उपस्थित थे । दोपहर में मुनिश्री के जन्मदिवस के अवसर पर श्रीमती रानी प्रफुल्लजी जैन थांदला वालों की और से गुरुपद महापूजन रखा गया । चातुर्मास समापन होने से शाम को मुनि भगवन्तों एवं साध्वीवृंद ने अपने चातुर्मास स्थल से विहार कर स्थान परिवर्तन किया ।