भोपाल: मध्यप्रदेश में अपनी
सत्ता को 100 दिन पूरा करने के बाद शिवराज सरकार और
बीजेपी ने वर्चुअल रैली का आयोजन किया है। जहां बीजेपी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
चौहान प्रदेश में अपने 100 दिनों के कार्यकाल में
किए गए उपलब्धि एवं महत्वपूर्ण निर्णय के बारे में चर्चा कर रहे थे । इसी दौरान वर्चुअल रैली के जरिए बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस
को आड़े हाथ लेते हुए इस पर जमकर निशाना साधा है। वही दूसरी तरफ मंत्रिमंडल
विस्तार के बाद महाराज के बाद से अब तेवर बदले बदले से नजर आ रहे हैं। इस दौरान
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा,ज्योतिरादित्य सिंधिया ओर
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जमकर कांग्रेस को कोसते नज़र आए।
वीडी शर्मा बोले- झूठ–छल और कपट के आधार पर बनी 15 महीनों के सरकार के मुख्यमंत्री ने
गांव देखे, न पगडंडी। उद्योगपति
मुख्यमंत्री ने प्रदेश को गर्त में पहुंचा दिया और प्रदेश के कम समय में ही
भ्रष्टाचार में डूबो दिया था। कमलनाथ मध्यप्रदेश के
मुख्यमंत्री थे लेकिन उन्होंने सिर्फ और सिर्फ छिंदवाड़ा का ही ध्यान रखा। असल में
कमलनाथ के चेहरे पर मिस्टर बंटाढार सरकार चला रहे थे। प्रदेश की कानून व्यवस्था तक
खराब कर दी।देश का सबसे झूठा व्यक्ति राज्य की सरकार चला रहा था। किसानों की
कर्जमाफी के नाम पर उन्हें झूठे सर्टिफिकेट तक बनाकर दिये। प्रदेश में किसानों को
बरगलाकर इन्होंने बड़ा अपराध किया। बीते 15 माह में कमलनाथ सरकार ने
गरीबों को जमकर पीड़ा पहुंचाई। संबल योजना को बंद कर दिया। किसानों के साथ
कर्जमाफी के नाम पर छल किया। यहां तक कि भाजपा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे
प्रकरण तक दर्ज किये गये। गरीबों के घर का हक छीनने का काम कमलनाथ ने किया। पंचायत
तक का पैसा कमलनाथ सरकार खा गई। उनके पास आईफा के लिये पैसा था लेकिन गरीबों के
लिये बिल्कुल भी पैसा नहीं था। कमलनाथ ने मध्यप्रदेश के साथ झूठ बोलकर छल और कपट
किया।
सिंधिया बोले- संकट के इस समय में यशस्वी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने
कोरोना महामारी के भीषण संकट में मोदी सरकार और मध्यप्रदेश
की भाजपा सरकार ने तेजी से कार्य किया। एक दल ने सत्ता को कायम
रखने के लिये देश में आपातकाल कायम किया और दूसरे ने लोगों की जान बचाने के लिये
लॉकडाउन का निवेदन किया और लोगों ने अपने प्रधानसेवक की अपील को शिरोधार्य कर
स्वीकार किया। मैंने कांग्रेस में रहकर
भी सदैव सत्य का साथ दिया और हमेशा आपातकाल का विरोध किया है। जब भारत में लॉकडाउन
शुरु हुआ तो न तो पीपीई किट थी और न ही इस बीमार से बचने का कोई साधन था। ये
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज 5 लाख किट रोज़ बन रहे हैं। 1 हजार अस्पताल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संवेदनशीलता और साहस
का ही बल है कि चीन के सैनिकों को हमारे जवानों ने धूल चटाई। आज हमारे प्रधानमंत्री लेह पहुंचकर
जवानों का हौसला बढ़ा रहे हैं। ये है सशक्त नेतृत्व का परिणाम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भीषण संकट में देश की गरीब
जनता के लिये सरकार का खजाना खोल दिया। उन्होंने वोकल फॉर लोकल का नारा देकर देश
को आत्मनिर्भर बनाने का मंत्र दिया है। वहीं कांग्रेसी इस संकट में सरकार का साथ
देने के बजाए सवाल कर रहे थे। - मध्यप्रदेश में 15 माह की सरकार आई उस व्यक्ति को सिर्फ
अपनी कुर्सी की चिंता थी, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज
सिंह चौहान ने अकेले रहकर प्रदेश की जनता की चिंता की। कोरोना संकट में उन्होंने प्रदेश के
लिये 24 घण्टे काम किया। उनके पास अभिनेता और अभिनेत्री के साथ
बैठने का समय था। आईफा के लिये पैसे देने का समय था लेकिन कोरोना के लिये उनके पास
कुछ नहीं था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
चौहान ने कोरोना से लड़ने के साथ ही प्रदेश के विकास के लिये भी कई बड़े और
ऐतिहासिक कदम उठाए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
चौहान के नेतृत्व में सौ दिन का कार्यकाल में हुए बड़े काम की
उपलब्धि का श्रेय भाजपा के कार्यकर्ताओं को भी जाता है।
सीएम शिवराज बोले- प्रदेश सरकार के ये सौ
दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी
नड्डा जी और गृह मंत्री अमित शाह जी के सानिध्य और भारतीय जनता पार्टी के सभी
पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के सहयोग का परिणाम है।
कमलनाथ सरकार ने अपने 15 माह के कार्यकर्ताओं ने जनता के साथ ही भाजपा के
कार्यकर्ताओं के घर तोड़े गये, उन्हें बेवजह जेल भेजा
गया। उनके खिलाफ़ झूठे मामले तक दर्ज हुए।कमलनाथ सरकार दलाल, दंभ, दुर्भावना और दिग्विजय
यानि 4D सरकार थी। कमनाथ सरकार ने वल्लभ भवन को दलाली का अड्डा बना
दिया था। पूरे प्रदेश को लूट कर खाली कर दिया। जनता से झूठे वादे किये।
कांग्रेस सरकार में
कमलनाथ के पास कोई जनता की समस्या लेकर जाता था तो उसे भगा देते थे लेकिन अगर कोई
नोट लेकर आता तो उसका स्वागत किया जाता था।
यशस्वी प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी जैसे नेता को देखते हैं, तो लगता है कि बिना
ईश्वरीय शक्ति के इतना काम कोई साधारण व्यक्ति नहीं कर सकता है। मोदी जी के हाथों
में देश सुरक्षित है ।मिस्टर बंटाधार सदैव दम्भ और अहंकार से भरे रहते हैं।
कांग्रेस के नेता जनता को
कुछ नहीं समझते, ये केवल अपनी जेबें भरना जानते हैं, जनता का खून चूसना जानते हैं।
कमलनाथ ने किसानों से
कर्ज़माफी को लेकर हमेशा झूठ बोला। इन्होंने बीमा का प्रीमियम ही नहीं भरा। मैंने
आते ही साथ प्रीमियम भरा जिससे किसानों के खातों में बीमा के 2,990 करोड़ रुपये आये।
धन्य हैं मेरे अन्नदाता, जिधर भी देखो गेहूं ही गेहूं! बम्पर उत्पादन!
हमने भी #Lockdown में 1 करोड़ 29 लाख मीट्रिक टन से अधिक
गेहूं खरीद कर पंजाब को पीछे छोड़ दिया COVID19 संकट में भी उपज का एक-एक
दाना खरीदने की हमने व्यवस्था की ।कमलनाथ जी ने हर जनकल्याणकारी योजना को
मध्यप्रदेश में बंद कर दिया था।
संबल योजना को भी बंद कर
दिया गया। मैं गरीबों को बताना चाहता हूँ कि संबल योजना को अब
पुनर्जीवित कर दिया गया है। किसी भी गरीब बंधु को चिंतित होने की ज़रूरत नहीं है। प्रवासी श्रमिकों को
रोजगार प्रदान करने के लिए हमने संकल्पित प्रयास किया।
श्रम सिद्धि और रोजगार
सेतु अभियान प्रारम्भ कर रोजगार प्रदान करने का प्रयास किया।
यह खुशी की बात है कि
कुशल और अकुशल लगभग 26 लाख श्रमिकों को रोजगार
मिला है।
मध्यप्रदेश में #COVID19 से ज़्यादा बड़ा संकट तो कमलनाथ जी
थे।हमारे सौ दिन समाधान के हैं। पहले जहाँ प्रदेश में इस संकट से निपटने की कोई
व्यवस्था नहीं थी, वहीं भारतीय जनता पार्टी
की सरकार में हमने इस पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया है।
स्वसहायता समूह की बहनों
को सशक्त बनाने का हमने संकल्प लिया है। 700 करोड़ रुपये के पोषण आहार
का काम ठेकेदार नहीं, बल्कि बहनें करेंगी।
ये 100 दिन सुधार के दिन हैं।
मंडी कानून हमने बदल दिया। कृषि मंडिया रहेंगी, लेकिन किसान और व्यापारी
में सहमति बने तो वह अनाज घर से ही बेच सकेंगे। किसान को प्रतिस्पर्धी कीमत मिलेगी, किसान को अधिक लाभ मिलेगा ।
कांग्रेस की सरकार बनी, तो ऐसी दम्भ और अहंकार से चलाई कि चारों तरफ हाहाकार मच गया।
प्रदेश को तबाह और बर्बाद कर दिया ।
कुछ लोग अवैध रूप से भारी
ब्याज दरों पर गरीबों को पैसा देकर उन्हें बर्बाद कर देते हैं। आज हम तय कर रहे
हैं कि अगर किसी ने ऐसे पैसे लिये हैं, तो वो पैसा वापस नहीं
देना है। वह स्वत: ही माफ होगा। इसके लिए हम कानून बना रहे हैं।
#COVID19 काल में भी किसानों ने गेहूं का बम्पर उत्पादन कर प्रदेश को
गौरवान्वित किया है। 1 करोड़ 29 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी कर 25 हजार करोड़ किसानों के खाते में पहुंचाया। गेहूं खरीदी में
हमने पंजाब को भी पीछे छोड़ दिया।कर्ज माफी में किसानों को छला और बैंकों को भी
मार डाला। पैसा जो देना था, वो बैंकों को भी दिया
नहीं। सहकारी बैंक तो पहले से ही बेचारे अधमरे थे, उनसे कहा कि 50 प्रतिशत तुम दो। बेचारे पूरे ही मर गये। अब मामा आ गया है, सब ठीक कर देगा।