राजगढ़ (धार) । दादा गुरुदेव की पाट परम्परा के अष्टम पट्टधर श्री मोहनखेड़ा तीर्थ विकास प्रेरक वर्तमान गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की निश्रा एवं मुनिराज श्री पुष्पेन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रुपेन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जिनचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जीतचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जनकचन्द्रविजयजी म.सा. एवं साध्वी श्री किरणप्रभाश्री जी म.सा., साध्वी श्री सद्गुणाश्री जी म.सा., साध्वी श्री संघवणश्री जी म.सा. आदि ठाणा की पावनतम सानिध्यता व श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वे. पेढ़ी (ट्रस्ट) श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ के तत्वावधान में दसई निवासी मुमुक्षु अजय अशोककुमारजी नाहर की दीक्षा एवं साध्वी श्री हर्षितगुणाश्री जी म.सा., साध्वी श्री हितरत्नाश्री जी म.सा. की बड़ी दीक्षा की भव्य विधि 15 जनवरी को प्रातः 7 बजे से प्रारम्भ होगी ।
प्रथम दिवस 13 जनवरी को सुबह 9ः30 बजे आचार्यश्री, गुरुभगवन्तों के मंगल प्रवेश के साथ वैराग्योत्सव कार्यक्रम की शुरुआत होगी । विजय मुहूर्त में सिद्धचक्र महापूजन होगा । दोपहर 2 बजे दीक्षार्थी के कपड़़े रंगने का कार्यक्रम, दोपहर 3 बजे बहनों की मेहन्दी व सांझी का संगीतमय कार्यक्रम होगा । रात्रि में रंगारंग भक्ति भावना होगी । द्वितीय दिन 14 जनवरी को दीक्षार्थी अजय नाहर का एतिहासिक वर्षीदान वरघोड़े का आयोजन होगा । विजय मुहूर्त में श्री गुरुपद महापूजन एवं शाम 4 बजे अंतिम वायणा की विधि व रात्रि 8 बजे राखी एवं विदाई समारोह का आयोजन होगा । दीक्षा की विधि श्री गुरु राजेन्द्रसूरि दीक्षा वाटिका में सम्पन्न होगी ।
श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वे. पेढ़ी (ट्रस्ट) की और से मेनेजिंग ट्रस्टी सुजानमल सेठ ने सभी गुरुभक्तों को आग्रह किया है कि दीक्षा समारोह कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में पधारकर जिनशासन एवं गुरुगच्छ की शौभा में अभिवृद्धि करें ।