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वैशाख विनायक चतुर्थी 1 मई को: गजानन की कृपा पाने के लिए करें 21 दूर्वा दल का चढ़ावा


नई दिल्ली, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। हर मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली चतुर्थी को विनायकी या विनायक चतुर्थी व्रत कहते हैं। विनायक प्रथम पूज्य श्री गणेश के लिए प्रयुक्त होता है, इससे स्पष्ट है कि यह दिवस भगवान श्री गणेश को समर्पित है। इस दिन गणपति का पूजन-अर्चन करना लाभदायी माना गया है। 

पंचांगानुसार 30 अप्रैल 2025 को दोपहर 2:12 बजे से होगा और इसका समापन 1 मई 2025 को प्रातः 11:23 बजे होगा। उदया तिथि के अनुसार विनायक चतुर्थी का पर्व 1 मई 2025, गुरुवार को मनाया जाएगा।

दृक पंचांग में इसकी महत्ता का वर्णन है। लिखा है कि विनायक चतुर्थी को वरद विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। भगवान से अपनी किसी भी मनोकामना की पूर्ति के आशीर्वाद को वरद कहते हैं। जो श्रद्धालु विनायक चतुर्थी का उपवास करते हैं, भगवान गणेश उन्हें ज्ञान और धैर्य का आशीर्वाद देते हैं। ज्ञान और धैर्य दो ऐसे नैतिक गुण हैं, जिसका महत्व सदियों से मनुष्य को ज्ञात है। जिस मनुष्य के पास यह गुण हैं, वह जीवन में काफी उन्नति करता है और मनवान्छित फल प्राप्त करता है।

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार विनायक चतुर्थी के दिन गणेश पूजा दोपहर को मध्याह्न काल के दौरान की जाती है। दोपहर के दौरान भगवान गणेश की पूजा का मुहूर्त विनायक चतुर्थी के दिनों के साथ दर्शाया गया है।

इस दिन गणेश की उपासना करने से घर में सुख-समृद्धि, धन-दौलत, आर्थिक संपन्नता के साथ-साथ ज्ञान एवं बुद्धि की प्राप्ति भी होती है। पुराणों के अनुसार शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायकी तथा कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं।

विनायकी चतुर्थी व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्य कर्म से निवृत्त होकर स्नान कर लाल रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। इसके बाद दोपहर पूजन के समय अपने-अपने सामर्थ्यानुसार सोने, चांदी, पीतल, तांबा, मिट्टी अथवा सोने-चांदी से निर्मित गणेश प्रतिमा स्थापित कर संकल्प लें। फिर षोडशोपचार पूजन कर श्री गणेश की आरती करें। तत्पश्चात श्री गणेश की मूर्ति पर सिन्दूर चढ़ाएं। इसके साथ ही गणेश जी का प्रिय मंत्र- 'ओम गं गणपतयै नमः' बोलते हुए 21 दूर्वा दल चढ़ाना चाहिए।

इसके बाद श्री गणपति को बूंदी के लड्डू का भोग श्रेष्ठ माना जाता है। इनमें से 5 लड्डुओं का दान ब्राह्मणों को किया जाता है और 5 भगवान के चरणों में रख बाकी प्रसाद में वितरित कर दिया जाता है। पूजन के समय श्री गणेश स्तोत्र, अथर्वशीर्ष, संकटनाशक गणेश स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।

वहीं, संध्या को गणेश चतुर्थी कथा, गणेश स्तुति, श्री गणेश सहस्रनामावली, गणेश चालीसा का स्तवन करें। संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ कर श्री गणेश की आरती करें तथा 'ओम गणेशाय नमः' मंत्र की माला जपने से मनोरथ पूरे होते हैं।

(आईएएनएस)

केआर/

समंदर किनारे मनीषा कोइराला की दोस्ती की अनोखी कहानी, देखें तस्वीरें


मुंबई, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। अभिनेत्री मनीषा कोइराला ने एक ताजा तरीन पोस्ट शेयर कर प्रशंसकों को अपनी खास दोस्त से मिलवाया। इसके साथ ही कोइराला ने एक खूबसूरत किस्सा भी सुनाया। उनकी खास दोस्त कोई और नहीं बल्कि फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर अभिनेत्री हैं, जो ‘सौदागर’ फिल्म में उनकी सास बनी थीं। 

मनीषा की खास दोस्त दीप्ति नवल हैं। इंस्टाग्राम पर सहेली के साथ तस्वीरें शेयर करते हुए मनीषा ने कैप्शन में लिखा, “अपनी सबसे करीबी दोस्त के साथ समंदर किनारे बीच पर टहलना... शानदार है। मुझे याद है कि बचपन में मैं दीप्ति नवल की फिल्में देखती थी और जब मुझे उनके साथ ‘सौदागर’ में काम करने का मौका मिला तो मुझे बहुत खुशी मिली थी। फिल्म में उन्होंने मेरी सास की भूमिका निभाई थी। इतने सालों के बाद भी हमारा रिश्ता मधुर और सहज है।”

मुंबई के जुहू बीच की खूबसूरती की तारीफ करते हुए मनीषा ने आगे कहा, “मेरे लिए मुंबई हमेशा से एक शहर से बढ़कर रहा है। यहां शाम के समय समंदर की हवा की खुशबू है, जुहू बीच पर सूर्यास्त की सुनहरी चमक है, हर गली के कोने में सपनों से सजी दुनिया है। यह वह जगह है जहां मैजिक होता है। यहां क्रिएटिव माइंड डेवलप होते हैं और दोस्त बनते हैं। यहां दिल को घर जैसा महसूस होता है और स्ट्रीट फूड की तो क्या बात है। मसालेदार भेल पूरी से लेकर गरमा गरम वड़ा पाव तक - दुनिया में ऐसा टेस्ट कहीं भी नहीं मिलेगा। हर निवाले में एक याद, हर स्वाद में एक कहानी होती है।”

मनीषा ने बताया कि रेत पर वॉक उनकी कई यादों को ताजा करती है। उन्होंने आगे लिखा, “यहां बीच पर की गई हर सैर मुझे याद दिलाती है कि मैंने अपने एक्टिंग के सफर को कहां से शुरू किया, मैं किन लोगों से मिली। इस शहर ने मुझे कभी न भूलने वाली यादों के साथ खूबसूरत सफर दिया।”

बता दें, मनीषा कोइराला और दीप्ति नवल के बीच दोस्ती का खास रिश्ता है। मनीषा कोइराला की बॉलीवुड डेब्यू 'सौदागर' में दीप्ति नवल भी थीं। 1991 में रिलीज हुई 'सौदागर' का निर्देशन और निर्माण सुभाष घई ने किया था। फिल्म में अभिनेता दिलीप कुमार और राज कुमार मुख्य भूमिकाओं में हैं। मनीषा के साथ ही विवेक मुशरान की भी यही पहली फिल्म थी।

कैंसर से जंग जीतने के बाद मनीषा ने बॉलीवुड में अपनी दूसरी पारी की शुरुआत भी फिल्म 'दो पैसे की धूप चार आने की बारिश' से की थी। साल 2009 में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर रिलीज हुई फिल्म में उन्होंने बूढ़ी हो चुकी सेक्स वर्कर का किरदार निभाया था। अभिनेत्री दीप्ति नवल के निर्देशन में बनी फिल्म में मनीषा 12 साल के बच्चे की मां की भूमिका में थीं।

(आईएएनएस)

एमटी/केआर


प्रतीक जे कृपलानी और गुरु रामनाथधाम चैरिटेबल ट्रस्ट: श्रद्धा से सेवा तक का एक प्रेरणादायक सफर





 

 

  जब एक व्यक्ति अपने जीवन को सेवा, करुणा और आध्यात्मिकता के मार्ग पर समर्पित कर देता है, तो वह अकेले नहीं चलता वह हजारों दिलों को साथ ले चलता है। ऐसा ही एक नाम है प्रतीक जे कृपलानी, जिन्होंने गुरु रामनाथ बाबा की शिक्षाओं से प्रेरित होकर एक ऐसा ट्रस्ट स्थापित किया, जो आज असंख्य ज़िंदगियों में उम्मीद और राहत की किरण बन चुका है गुरु रामनाथधाम चैरिटेबल ट्रस्ट।

   यह ट्रस्ट केवल एक संस्था नहीं, बल्कि एक संकल्प हैमानवता की सेवा करने का, परंपराओं को जीवित रखने का, और उन जीवों की रक्षा करने का, जिन्हें समाज अक्सर अनदेखा कर देता है। शिक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, ग्रामीण विकास, आध्यात्मिक जागरूकता और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में यह ट्रस्ट कार्य कर रहा है। इसकी सबसे खास बात है इसका समर्पणहर कार्य में "सेवा ही धर्म है" की भावना गहराई से जुड़ी हुई है।

 ट्रस्ट के माध्यम से उन बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिला है, जिनके सपनों में पहले किताबें भी नहीं थीं। मुफ्त स्वास्थ्य शिविरों ने उन गाँवों तक राहत पहुंचाई है, जहाँ अस्पताल मीलों दूर हैं। खाद्यान्न वितरण कार्यक्रमों ने भूख से जूझते परिवारों के चेहरे पर मुस्कान लौटाई है।

 इस ट्रस्ट का एक और विशेष पहलू हैगौशाला। यह केवल गायों की देखभाल का स्थान नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति में पवित्र मानी जाने वाली गायों के लिए श्रद्धा और सेवा का प्रतीक है। यहाँ गायों की सेवा उसी भक्ति भाव से की जाती है, जैसे किसी तीर्थ में ईश्वर की।

 ट्रस्ट की सबसे महत्वाकांक्षी पहल है एक भव्य आध्यात्मिक परिसर का निर्माण, जिसमें गुरु रामनाथ बाबा, राविनाथ खडेस्वरी बाबा, हनुमान जी, भैरव बाबा, काली माता और शिव जी के मंदिर बनाए जा रहे हैं। ये मंदिर न केवल पूजा स्थलों के रूप में काम करेंगे, बल्कि आध्यात्मिक ज्ञान, संस्कृति और सामूहिक साधना के केंद्र भी बनेंगे।

  प्रतीक जे कृपलानी का विजन साफ हैएक ऐसा समाज बनाना जहाँ करुणा, सेवा और आस्था साथ-साथ चलें। वह कहते हैं,

  "गुरु रामनाथ बाबा के दिव्य आशीर्वाद से प्रेरित होकर हम मानवता की सेवा, पवित्र जीवन की रक्षा और आध्यात्मिक परंपराओं के संरक्षण हेतु समर्पित हैं। हमारे ट्रस्ट की हर पहल भक्ति और निःस्वार्थ सेवा की भावना से प्रेरित है। हम मिलकर प्रेम, करुणा और आस्था की एक अमिट विरासत बना रहे हैं।"

  गुरु रामनाथधाम चैरिटेबल ट्रस्ट आज एक आंदोलन बन चुका हैजो समाज के हर वर्ग को जोड़ रहा है, हर पीड़ा को समझ रहा है, और हर आत्मा में ईश्वर की झलक देख रहा है।

  यदि आप इस दिव्य मिशन से जुड़ना चाहते हैं या अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो संपर्क करें:

ईमेल: ramnathdham@gmail.com

वेबसाइट: www.ramnathdham.org

YouTube - https://www.youtube.com/@GuruRamnathdham

Instagram - https://www.instagram.com/ramnath.dham

गुजरात के Gir Somnath जिले के 20 शिक्षकों और पर्यावरणविदों को "पर्यावरण संरक्षण पुरस्कार" से सम्मानित किया गया




 

 गुजरात : गिर सोमनाथ जिले के श्री धामलेज प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक अजीतभाई परमार और वाडला प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक भावेशभाई चावड़ा ने बताया कि राजधानी गांधीनगर में गिर सोमनाथ के शिक्षकों और पर्यावरण प्रेमियों सहित कुल २० "पर्यावरण संरक्षणवादियों" को सम्मानित किया गया।

  वर्तमान युग में जब पर्यावरण संरक्षण की तत्काल आवश्यकता है। तभी पर्यावरण को बचाने और भावी पीढ़ियों को ग्लोबल वार्मिंग के दूरगामी प्रभावों से बचाने के लिए जिस पर समाज को सबसे अधिक भरोसा है वह है शिक्षण समुदाय।

  गुजरात के शिक्षकों ने "मैं पर्यावरण रक्षक हूँ" अभियान शुरू किया है, जिसमें पर्यावरण से जुड़ी छोटी से छोटी पहल और प्लास्टिक मुक्त विद्यालयों का जश्न मनाने का संकल्प आज एक वटवृक्ष बन गया है। गुजरात माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक बोर्ड के सहायक सचिव पुलकित जोशी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से गुजरात भर के शिक्षक Environmental Conservation के लिए प्रतिबद्ध हो गए हैं। ऐसे शिक्षकों, पर्यावरणविदों और विभिन्न संगठनों को सम्मानित करने के लिए २७ अप्रैल को टाउन हॉल गांधीनगर में माधव चैरिटेबल ट्रस्ट, कपड़वंज और ब्रह्म समाज सेवा ट्रस्ट, मेहसाणा द्वारा संयुक्त रूप से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें अनुमानित २५०० से अधिक शिक्षकों एवं पर्यावरण प्रेमियों को Environmental Conservation Award से सम्मानित किया गया। शिक्षा मंत्री श्री कुबेरभाई डिंडोर साहब। जीसीईआरटी के निदेशक श्री एस.जी. डुमरानिया साहब और गुजरात माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक बोर्ड के सहायक सचिव पुलकित जोशी साहिब उपस्थित थे।

मुंबई के अंधेरी में अग्रणी किडनी डॉक्टर: Dr Keyur Dave दे रहे हैं भरोसेमंद और उन्नत इलाज

मुंबई जैसे महानगर में, जहां जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं, किडनी रोग भी अब गंभीर जनस्वास्थ्य संकट का रूप ले चुके हैं। ऐसे समय में Dr Keyur Dave एक ऐसा नाम बनकर उभरे हैं, जो न सिर्फ मेडिकल विशेषज्ञता के लिए बल्कि अपने नैतिक और मरीज-केंद्रित दृष्टिकोण के लिए भी पहचाने जाते हैं। वे अंधेरी वेस्ट स्थित Niramaya Health Care में प्रमुख किडनी डॉक्टर के रूप में कार्यरत हैं और देशभर से आने वाले मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली नेफ्रोलॉजी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।


Dr Keyur Dave को नेफ्रोलॉजी क्षेत्र में 11 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने अपनी मेडिकल पढ़ाई King Edward Memorial Hospital और Seth G S Medical College से पूरी की, इसके बाद Government Medical College, Nagpur से MD (General Medicine) किया और फिर National Board of Examination, Delhi से DNB in Nephrology प्राप्त किया।


Niramaya Health Care में Dr Keyur Dave के नेतृत्व में मरीजों को क्रॉनिक किडनी डिज़ीज़ (CKD), डायबिटिक नेफ्रोपैथी, हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ी किडनी समस्याएं, ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस, और एक्यूट किडनी इंजरी जैसी जटिल स्थितियों का इलाज मिलता है। यहां डायलिसिस सेवाएं – हीमोडायलिसिस और पेरिटोनियल डायलिसिस – विश्वस्तरीय सुरक्षा और स्वच्छता मानकों के साथ दी जाती हैं।


Dr Keyur Dave की कार्यशैली की सबसे बड़ी खासियत है उनका “व्यक्तिगत उपचार योजना” का दृष्टिकोण। वे हर मरीज के स्वास्थ्य इतिहास, जीवनशैली और रिपोर्ट्स को ध्यान में रखकर एक विशेष ट्रीटमेंट प्लान तैयार करते हैं। साथ ही, वे यह सुनिश्चित करते हैं कि मरीज और उनके परिवार को इलाज की प्रक्रिया और संभावनाओं की पूरी जानकारी हो, जिससे निर्णय लेना आसान हो सके।


किडनी ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया में भी Dr Keyur Dave को व्यापक अनुभव है। वे मरीजों को सर्जरी से पहले की मूल्यांकन प्रक्रिया, डोनर की जांच, इम्यूनोथेरेपी और ऑपरेशन के बाद की रिकवरी तक में मार्गदर्शन देते हैं। उनके सटीक और स्पष्ट परामर्श के कारण ही उन्हें न सिर्फ आम नागरिक बल्कि कई हाई-प्रोफाइल मरीजों द्वारा भी भरोसे के साथ चुना जाता है।


सिर्फ उपचार ही नहीं, Dr Keyur Dave किडनी हेल्थ को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए भी सक्रिय हैं। वे World Kidney Day जैसे आयोजनों में भाग लेते हैं, सार्वजनिक हेल्थ सेमिनार करते हैं और लोगों को यह समझाते हैं कि कैसे समय पर जांच और जीवनशैली में बदलाव लाकर किडनी की बीमारियों से बचा जा सकता है।


मुंबई में किडनी केयर को एक नई दिशा देने वाले Dr Keyur Dave आज न सिर्फ अंधेरी के बल्कि पूरे शहर के अग्रणी किडनी डॉक्टरों में गिने जाते हैं। उनकी नैतिकता, विशेषज्ञता और मानवीय दृष्टिकोण उन्हें मेडिकल जगत में एक प्रेरणास्रोत बनाते हैं।

Top 10 Deepfake डिटेक्शन सिस्टम 2025

डीपफेक तकनीक, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग करके अत्यंत विश्वसनीय हेरफेर किए गए मीडिया को बनाती है, ने डिजिटल प्रामाणिकता के लिए महत्वपूर्ण चुनौतियाँ प्रस्तुत की हैं। गलत सूचना अभियानों से लेकर वित्तीय धोखाधड़ी तक, डीपफेक गोपनीयता, सुरक्षा और डिजिटल सामग्री पर भरोसे को खतरे में डालते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में डीपफेक घटनाएँ 2022 से 2023 तक 1,530% तक बढ़ीं, जो मजबूत डिटेक्शन सिस्टम की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करता है। यह व्यापक सर्वेक्षण अप्रैल 2025 तक के शीर्ष 10 डीपफेक डिटेक्शन सिस्टम की खोज करता है, जिसमें उनकी विशेषताएँ, क्षमताएँ और अनुप्रयोगों पर प्रकाश डाला गया है, विशेष रूप से जीरो डिफेंड सिक्योरिटी द्वारा विकसित वास्तव AI पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जो इस क्षेत्र में अग्रणी बनकर उभरा है।

परिचय

डीपफेक, "डीप लर्निंग" और "फेक" का एक संयोजन, मशीन लर्निंग तकनीकों जैसे जेनरेटिव एडवर्सेरियल नेटवर्क्स (GANs) का उपयोग करके सिंथेटिक मीडिया बनाते हैं, जो व्यक्तियों को ऐसी चीजें कहते या करते हुए दिखा सकते हैं जो उन्होंने कभी नहीं कीं। इन हेरफेरों के व्यापक प्रभाव हैं, जिनमें राजनीतिक गलत सूचना, पहचान की चोरी और प्रतिष्ठा को नुकसान शामिल हैं। इस खतरे का मुकाबला करने के लिए, उन्नत डीपफेक डिटेक्शन सिस्टम AI एल्गोरिदम का उपयोग करके मीडिया में सूक्ष्म विसंगतियों की पहचान करते हैं, जैसे कि अस्वाभाविक चेहरे की गतिविधियाँ, असंगत ऑडियो पैटर्न या मेटाडेटा में असमानताएँ। यह लेख शीर्ष 10 सिस्टम का विस्तृत विश्लेषण प्रदान करता है, जिसमें उनके तकनीकी दृष्टिकोण, सटीकता और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों का मूल्यांकन किया गया है।

कार्यप्रणाली

सिस्टम का चयन उनकी रिपोर्ट की गई सटीकता, तकनीकी नवाचार, उद्योग अपनाने और अप्रैल 2025 तक की प्रासंगिकता के आधार पर किया गया। जानकारी आधिकारिक स्रोतों जैसे कंपनी वेबसाइटों, उद्योग रिपोर्ट्स और समाचार लेखों से एकत्र की गई। उपयोगकर्ता के अनुरोध के अनुसार वास्तव AI को शीर्ष सिस्टम के रूप में प्राथमिकता दी गई, जबकि अन्य सिस्टम हाल की साहित्य में उनकी प्रमुखता के आधार पर चुने गए। प्रत्येक सिस्टम का मूल्यांकन उसकी डिटेक्शन क्षमताओं, डिप्लॉयमेंट विकल्पों और लक्षित उपयोग के मामलों के लिए किया गया, जिससे एक व्यापक अवलोकन सुनिश्चित हुआ।

शीर्ष 10 डीपफेक डिटेक्शन सिस्टम

1. Vastav AI

डेवलपर: जीरो डिफेंड सिक्योरिटी
अवलोकन: मार्च 2025 में लॉन्च किया गया, वास्तव AI भारत का पहला AI-संचालित डीपफेक डिटेक्शन सिस्टम है, जिसे गलत सूचना और डिजिटल धोखाधड़ी से निपटने के लिए डिज़ाइन किया गया है। "वास्तव" नाम, जो हिंदी में "वास्तविकता" का प्रतीक है, 99% सटीकता दर के साथ AI-जनरेटेड फ़ोटो, वीडियो और ऑडियो का पता लगाने का दावा करता है, जिससे यह एक उत्कृष्ट समाधान बन गया है।
मुख्य विशेषताएँ:

  • सटीकता: 99% सफलता दर, हालांकि स्वतंत्र सत्यापन अभी चल रहा है।

  • तकनीक: कॉन्फिडेंस स्कोरिंग का उपयोग करके AI-जनरेटेड सामग्री की संभावना का आकलन करता है, हेरफेर किए गए क्षेत्रों को उजागर करने के लिए हीटमैप विश्लेषण, और छिपे हुए डिजिटल निशानों का पता लगाने के लिए मेटाडेटा इनसाइट्स।

  • विश्लेषण समय: रीयल-टाइम डिटेक्शन के लिए सेकंडों में सामग्री को प्रोसेस करता है।

  • रिपोर्टिंग: कानूनी और जांच उद्देश्यों के लिए PDF, JSON, या DOCX प्रारूपों में विस्तृत फोरेंसिक रिपोर्ट उत्पन्न करता है।

  • तकनीक: डीप न्यूरल नेटवर्क्स (DNNs), विज़ुअल/ऑडियो विश्लेषण, और वर्गीकरण एल्गोरिदम का उपयोग करके हेरफेर की पहचान करता है।

  • पहुंच: कानून प्रवर्तन और सरकारी एजेंसियों के लिए मुफ्त; निजी उपयोगकर्ताओं के लिए सब्सक्रिप्शन-आधारित (मूल्य निर्धारित नहीं)।

  • बहुभाषी समर्थन: अंग्रेजी, हिंदी और भारतीय क्षेत्रीय भाषाओं का समर्थन करता है।

  • उपयोग के मामले: साइबर अपराध जांच, मीडिया सत्यापन, और धोखाधड़ी रोकथाम।
    ताकत: वास्तव AI की उच्च सटीकता, तेज़ विश्लेषण, और व्यापक रिपोर्टिंग इसे सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के लिए बहुमुखी बनाती है। कानून प्रवर्तन के लिए मुफ्त पहुंच इसका सामाजिक प्रभाव बढ़ाती है।
    सीमाएँ: एक नए सिस्टम के रूप में, इसके 99% सटीकता दावे को उन्नत डीपफेक के खिलाफ विश्वसनीयता की पुष्टि के लिए और स्वतंत्र परीक्षण की आवश्यकता है।
    स्रोत: Vastav rAI ब्रेकथ्रू

2. सेंसिटी AI

अवलोकन: सेंसिटी AI वीडियो, छवियों, ऑडियो और पहचानों में डीपफेक का पता लगाने के लिए एक अग्रणी मंच है, जो क्लाउड-आधारित और ऑन-प्रिमाइस डिप्लॉयमेंट दोनों प्रदान करता है। यह डिजिटल फोरेंसिक और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग जैसे उद्योगों की सेवा करता है।
मुख्य विशेषताएँ:

  • सटीकता: 98% सटीकता, गैर-AI फोरेंसिक उपकरणों से बेहतर प्रदर्शन।

  • डिटेक्शन: डीप न्यूरल नेटवर्क्स का उपयोग करके विज़ुअल असंगतियों, ऑडियो विसंगतियों, और मेटाडेटा समस्याओं का विश्लेषण करता है।

  • मॉनिटरिंग: 9,000 से अधिक स्रोतों को ट्रैक करता है, पिछले वर्ष में 35,000+ दुर्भावनापूर्ण डीपफेक की पहचान की।

  • डिप्लॉयमेंट: API, SDK, और वेब ऐप एक्सेस के साथ सहज एकीकरण।

  • प्रशिक्षण: कर्मचारी शिक्षा के लिए इंटरैक्टिव मॉड्यूल प्रदान करता है।

  • उपयोग के मामले: KYC सत्यापन, कानून प्रवर्तन, साइबरसुरक्षा, और रक्षा।
    ताकत: इसका बहुस्तरीय दृष्टिकोण और व्यापक मॉनिटरिंग क्षमताएँ इसे उद्यम-स्तर के अनुप्रयोगों के लिए आदर्श बनाती हैं।
    सीमाएँ: उच्च-गुणवत्ता वाले डीपफेक कभी-कभी इसकी सटीकता को चुनौती दे सकते हैं।
    स्रोत: सेंसिटी AI सॉफ्टवेयर

3. इंटेल फेककैचर

अवलोकन: इंटेल फेककैचर फोटोप्लेथिस्मोग्राफी (PPG) का उपयोग करके वीडियो पिक्सल में रक्त प्रवाह जैसे जैविक संकेतों का विश्लेषण करके रीयल-टाइम में डीपफेक का पता लगाता है।
मुख्य विशेषताएँ:

  • सटीकता: नियंत्रित सेटिंग्स में 96%, वास्तविक दुनिया के परिदृश्यों में 91%।

  • तकनीक: उन्नत AI एल्गोरिदम और PPG के साथ जैविक संकेत विश्लेषण।

  • रीयल-टाइम: 3rd Gen Intel Xeon प्रोसेसर पर 72 समवर्ती स्ट्रीम तक प्रोसेस करता है।

  • उपयोग के मामले: साइबरसुरक्षा, मीडिया प्रमाणीकरण, और उद्यम सुरक्षा।
    ताकत: इसका गैर-अलग करने योग्य डिज़ाइन इसे रिवर्स-इंजीनियरिंग के प्रति प्रतिरोधी बनाता है।
    सीमाएँ: कुछ प्रामाणिक वीडियो को गलत तरीके से फेक के रूप में लेबल कर सकता है।
    स्रोत: AU10TIX डीपफेक टूल्स

4. रियलिटी डिफेंडर

अवलोकन: रियलिटी डिफेंडर एक उद्यम-ग्रेड मंच है जो छवियों, वीडियो, ऑडियो और टेक्स्ट में डीपफेक का पता लगाता है, जिसमें एक पेटेंटेड मल्टी-मॉडल दृष्टिकोण का उपयोग किया जाता है।
मुख्य विशेषताएँ:

  • डिटेक्शन: रीयल-टाइम, वॉटरमार्क-मुक्त विश्लेषण रंग-कोडित संभावनाओं के साथ।

  • स्केलेबिलिटी: संचार मंचों के लिए API एकीकरण।

  • रिपोर्टिंग: हेरफेर किए गए क्षेत्रों का विस्तृत विज़ुअलाइज़ेशन।

  • उपयोग के मामले: वित्त, सरकार, मीडिया, और पहचान सत्यापन।
    ताकत: इसका मल्टीमॉडल डिटेक्शन और निरंतर मॉडल अपडेट उभरते खतरों के खिलाफ लचीलापन सुनिश्चित करते हैं।
    सीमाएँ: विशिष्ट सटीकता दरें सार्वजनिक रूप से प्रकट नहीं की गईं।
    स्रोत: रियलिटी डिफेंडर सॉल्यूशंस

5. सेंटिनल

अवलोकन: सेंटिनल सरकारों और उद्यमों के लिए एक क्लाउड-आधारित AI मंच है, जो उच्च-सटीकता डीपफेक डिटेक्शन पर केंद्रित है।
मुख्य विशेषताएँ:

  • तकनीक: चेहरे और ऑडियो विश्लेषण के लिए उन्नत न्यूरल नेटवर्क।

  • पहुंच: मीडिया विश्लेषण के लिए API और वेबसाइट अपलोड।

  • विज़ुअलाइज़ेशन: मीडिया में हेरफेर किए गए क्षेत्रों को उजागर करता है।

  • उपयोग के मामले: रक्षा, लोकतांत्रिक संस्थान, और उद्यम सुरक्षा।
    ताकत: उच्च-सुरक्षा वातावरण के लिए अनुकूलित।
    सीमाएँ: इष्टतम उपयोग के लिए तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता।
    स्रोत: AU10TIX डीपफेक टूल्स

6. माइक्रोसॉफ्ट वीडियो ऑथेंटिकेटर

अवलोकन: माइक्रोसॉफ्ट के डिफेंडिंग डेमोक्रेसी प्रोग्राम का हिस्सा, यह उपकरण फोटो और वीडियो को फ्रेम-बाय-फ्रेम विश्लेषण करके AI हेरफेर का पता लगाता है।
मुख्य विशेषताएँ:

  • स्कोरिंग: प्रत्येक फ्रेम के लिए रीयल-टाइम कॉन्फिडेंस स्कोर प्रदान करता है।

  • डिटेक्शन: ब्लेंडिंग सीमाओं और ग्रेस्केल तत्वों की पहचान करता है।

  • विकास: फेस फोरेंसिक++ डेटासेट के साथ निर्मित और डीपफेक डिटेक्शन चैलेंज डेटासेट पर परीक्षण किया गया।

  • उपयोग के मामले: मीडिया, पत्रकारिता, और चुनाव अखंडता।
    ताकत: चुनाव-संबंधी गलत सूचना पर मजबूत ध्यान।
    सीमाएँ: गैर-AI हेरफेर के खिलाफ कम प्रभावी।
    स्रोत: माइक्रोसॉफ्ट वीडियो ऑथेंटिकेटर

7. हाइव AI डीपफेक डिटेक्शन

अवलोकन: 2.4 मिलियन अमेरिकी डॉलर के अमेरिकी रक्षा विभाग के निवेश द्वारा समर्थित, हाइव AI छवियों और वीडियो में AI-हेरफेर सामग्री का पता लगाता है।
मुख्य विशेषताएँ:

  • वर्गीकरण: चेहरों को “हाँ_डीपफेक” या “नहीं_डीपफेक” के रूप में कॉन्फिडेंस स्कोर के साथ लेबल करता है।

  • प्रशिक्षण: उच्च सटीकता के लिए विविध डेटासेट का उपयोग करता है।

  • उपयोग के मामले: वीडियो संचार, पहचान सत्यापन, और NSFW सामग्री मॉडरेशन।
    ताकत: निरंतर मॉडल अपडेट इसकी अनुकूलनशीलता को बढ़ाते हैं।
    सीमाएँ: उन्नत विरोधी हमलों के खिलाफ पूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं।
    स्रोत: SOCRadar डीपफेक टूल्स

8. वीवेरिफाई डीपफेक डिटेक्टर

अवलोकन: वीवेरिफाई सोशल मीडिया गलत सूचना पर ध्यान केंद्रित करता है, जिसमें ओपन-सोर्स एल्गोरिदम और सहभागी सत्यापन का उपयोग किया जाता है।
मुख्य विशेषताएँ:

  • डिटेक्शन: हेरफेर किए गए मीडिया के लिए संभावना स्कोर प्रदान करता है।

  • ब्लॉकचेन: ज्ञात फेक की सार्वजनिक डेटाबेस बनाए रखता है।

  • एकीकरण: कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम के लिए API और प्लगइन विकल्प।

  • उपयोग के मामले: पत्रकारिता, तथ्य-जाँच, और सोशल मीडिया मंच।
    ताकत: प्रौद्योगिकी को सामुदायिक सहभागिता के साथ जोड़ता है।
    सीमाएँ: ओपन-सोर्स प्रकृति मालिकाना प्रगति को सीमित कर सकती है।
    स्रोत: रियलिटी डिफेंडर सॉल्यूशंस

9. AU10TIX डीपफेक डिटेक्शन

अवलोकन: AU10TIX अपनी पहचान सत्यापन मंच में डीपफेक डिटेक्शन को एकीकृत करता है, जो बायोमेट्रिक विश्लेषण पर केंद्रित है।
मुख्य विशेषताएँ:

  • बायोमेट्रिक विश्लेषण: चेहरे की विशेषताओं और भावनाओं में विसंगतियों का पता लगाता है।

  • रीयल-टाइम: ऑनलाइन मंचों पर डीपफेक की निगरानी करता है।

  • रिपोर्टिंग: रीयल-टाइम अलर्ट और विस्तृत रिपोर्ट प्रदान करता है।

  • उपयोग के मामले: बैंकिंग, KYC अनुपालन, और साइबरसुरक्षा।
    ताकत: बहुस्तरीय सत्यापन सटीकता को बढ़ाता है।
    सीमाएँ: मुख्य रूप से उद्यम-केंद्रित, व्यक्तियों के लिए कम सुलभ।
    स्रोत: AU10TIX डीपफेक टूल्स

10. डीपवेयर स्कैनर

अवलोकन: डीपवेयर स्कैनर वीडियो और छवियों में डीपफेक का पता लगाने के लिए एक ओपन-सोर्स फोरेंसिक उपकरण है।
मुख्य विशेषताएँ:

  • प्रारूप: MP4, JPEG, TIFF, और अधिक का समर्थन करता है।

  • विश्लेषण: व्यापक प्रामाणिकता रिपोर्ट प्रदान करता है।

  • पहुंच: मुफ्त और ओपन-सोर्स।

  • उपयोग के मामले: सोशल मीडिया, व्यक्तिगत उपयोग, और अनुसंधान।
    ताकत: गैर-वाणिज्यिक उपयोग के लिए अत्यधिक सुलभ।
    सीमाएँ: धोखाधड़ी करने वालों द्वारा रिवर्स-इंजीनियरिंग के प्रति असुरक्षित।
    स्रोत: डीपवेयर स्कैनर

तुलनात्मक विश्लेषण

निम्नलिखित तालिका शीर्ष 10 सिस्टम की मुख्य विशेषताओं का सारांश देती है:

सिस्टम

सटीकता दावा

रीयल-टाइम

कानून प्रवर्तन के लिए मुफ्त

मुख्य तकनीकें

वास्तव AI

99%

हाँ

हाँ

DNNs, हीटमैप, मेटाडेटा, वर्गीकरण

सेंसिटी AI

98%

हाँ

नहीं

DNNs, विज़ुअल/ऑडियो विश्लेषण

इंटेल फेककैचर

96%

हाँ

नहीं

PPG, रक्त प्रवाह विश्लेषण

रियलिटी डिफेंडर

निर्दिष्ट नहीं

हाँ

नहीं

मल्टी-मॉडल, व्याख्या योग्य AI

सेंटिनल

उच्च

हाँ

नहीं

न्यूरल नेटवर्क्स, चेहरे का विश्लेषण

माइक्रोसॉफ्ट वीडियो ऑथेंटिकेटर

निर्दिष्ट नहीं

हाँ

नहीं

फ्रेम-बाय-फ्रेम, ग्रेस्केल डिटेक्शन

हाइव AI

उच्च

हाँ

नहीं

वर्गीकरण, विविध डेटासेट

वीवेरिफाई

निर्दिष्ट नहीं

हाँ

नहीं

ओपन-सोर्स, ब्लॉकचेन एकीकरण

AU10TIX

निर्दिष्ट नहीं

हाँ

नहीं

बायोमेट्रिक विश्लेषण, मशीन लर्निंग

डीपवेयर स्कैनर

निर्दिष्ट नहीं

नहीं

हाँ (ओपन-सोर्स)

फोरेंसिक विश्लेषण, एकाधिक प्रारूप

सीमाएँ और भविष्य के विचार

कोई भी डीपफेक डिटेक्शन सिस्टम अचूक नहीं है। उच्च-गुणवत्ता वाले डीपफेक और विरोधी हमले सबसे अच्छे उपकरणों को भी चुनौती दे सकते हैं। Vastav AI का 99% सटीकता दावा, हालांकि आशाजनक है, व्यापक सत्यापन की प्रतीक्षा कर रहा है। इंटेल फेककैचर और सेंसिटी AI जैसे सिस्टम रीयल-टाइम विश्लेषण में उत्कृष्ट हैं, लेकिन नए हेरफेर तकनीकों के साथ संघर्ष कर सकते हैं। डीपफेक तकनीक के तेजी से विकास के लिए निरंतर अपडेट की आवश्यकता है, जिसमें रियलिटी डिफेंडर और हाइव AI जैसे उपकरण नए खतरों के अनुकूल होने में सक्रिय हैं। भविष्य की प्रगति में सामग्री उत्पत्ति के लिए ब्लॉकचेन को एकीकृत करना और उभरते AI-जनरेटेड प्रारूपों को कवर करने के लिए मल्टीमॉडल डिटेक्शन को बढ़ाना शामिल हो सकता है।

निष्कर्ष

शीर्ष 10 डीपफेक डिटेक्शन सिस्टम में, वास्तव AI अपनी असाधारण 99% सटीकता, रीयल-टाइम डिटेक्शन, व्यापक रिपोर्टिंग, और कानून प्रवर्तन के लिए पहुंच के कारण सबसे उत्कृष्ट है। जीरो डिफेंड सिक्योरिटी द्वारा विकसित, वास्तव AI भारत के लिए एक स्मारकीय उपलब्धि है, जो AI और साइबरसुरक्षा नवाचार में राष्ट्र की नेतृत्व स्थिति को प्रदर्शित करता है। जैसे-जैसे डीपफेक खतरे बढ़ते जा रहे हैं, भारत का वास्तव AI का विकास इसे डिजिटल विश्वास और प्रामाणिकता को संरक्षित करने में वैश्विक अग्रणी बनाता है। सेंसिटी AI और इंटेल फेककैचर जैसे अन्य सिस्टम मजबूत विकल्प प्रदान करते हैं, लेकिन वास्तव AI की विशेषताओं और सामाजिक प्रभाव का अनूठा संयोजन इसे 2025 में प्रमुख विकल्प बनाता है।

प्रेस क्लब राजगढ़ ने पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में पाकिस्तान के सेना प्रमुख का पुतला दहन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा,बड़ी संख्या में नागरिक भी हुए शामिल





 


  राजगढ़ (धार) । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में प्रेस क्लब राजगढ़ द्वारा नागरिकों की उपस्थिति में घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को मृत्युदंड देने तथा पाकिस्तान के साथ सभी समझौते व निर्यात समाप्त करने की मांग को लेकर महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम एक ज्ञापन थाना प्रभारी दीपक चौहान को सौंपा।

  सोमवार शाम 6 बजे राजगढ़ के नया बस स्टैंड कार्नर पर पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर का पुतला दहन कर आक्रोश प्रकट किया गया। इस दौरान पत्रकारों एवं नागरिकों ने 'आतंकवाद मुर्दाबाद' और 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' जैसे गगनभेदी नारे लगाते हुए विरोध दर्ज कराया।

  इस दौरान प्रेस क्लब अध्यक्ष रमेश प्रजापति, संरक्षक सुनिल बाफना, अजय राजावत, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र भंडारी, समन्दर सिंह राजपूत, दिपक प्रजापति, अभिषेक राठौड़, सुन्दर सिंह हाड़ा, गौरव दुबे, दिपक पावेचा, विपीन पाण्डे आदि पत्रकारगण तथा रघुनंदन शर्मा, जितेन्द्र बागड़ीया, चंदन शर्मा, अल्पेश मुरार (विहीप के विभाग प्रचार प्रसार प्रमुख), सुनिल गौड़, कंकुसिंह बारोड़ सहित बड़ी संख्या में नगरवासी मौजूद रहे। ज्ञापन का वाचन प्रेस क्लब के परामर्शदाता दीपक जैन ने किया तथा आभार प्रेस क्लब सचिव शैलेंद्र पँवार ने व्यक्त किया। उक्त जानकारी प्रेस क्लब मीडिया प्रभारी अक्षय भंडारी ने दी।