BREAKING NEWS
latest
Times of Malwa Digital Services
Promote your brand with positive, impactful stories. No accusations, no crime news—only inspiring and constructive content through Google Articles.
📞 9893711820   |   📧 akshayindianews@gmail.com

राजगढ़ के सनातन धर्म के नगर के 13 मंदिरों में एक साथ भागवत कथा का वाचन प्रारंभ हुआ



 राजगढ़(धार) नगर में पिछले 34 वर्षो से सनातन धर्म के सभी मंदिरों में एक साथ भादवा के महीने में श्रीमद् भागवत सप्ताह का आयोजन होकर समापन पर धर्मयात्रा का आयोजन होता हैं। जिसमें जिले ही नहीं अपितु अन्य जिलों से भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। सम्पूर्ण आयोजन की संचालक संस्था श्री चारभुजा युवा मंच द्वारा कार्यक्रम की तैयारी जोर शोर से की गई   2 वर्षों से कोरोना कॉल होने के कारण जुलूस का आयोजन नहीं  किया गया था। मंच द्वारा 6 सितंबर को नगर में डोल का भ्रमण कराया जाएगा वही 7 सितंबर को दोपहर 3 बजें भगवान का जन्मोत्सव मनाया जाएगा

   इसी परंपरा के तहत इस वर्ष भी रविवार से नगर के 13 मंदिरों में एक साथ भागवत कथा का वाचन प्रारंभ हुआ। इसके एक दिन पूर्व विधि विधान पूर्वक सभी मंदिरों में पौराणिकों द्वारा भागवत पौथी की स्थापना की गई। सभी मंदिरों में कथावाचन पौराणिकों द्वारा प्रारंभ कर दिया गया हैं। कथा श्रवण के लिए सभी मंदिरों में श्रद्धालु पहुंच रहे है।

  जिसके अंतर्गत नगर के विभिन्न 13 मंदिरों में श्री गणपति अंबिका मंदिर (माताजी मंदिर) पर पं. हेमंत भारद्वाज, श्री चारभुजा मंदिर पर पं.मधुसूदन शर्मा किशनगढ़ देवसुरी राजस्थान वाले, श्री राम मंदिर सेन समाज पर पं मयंक शर्मा राजोद वाले, श्री राम मंदिर गवली समाज पर पं लखन शर्मा राजगढ़, श्री राम मंदिर (सरकारी मंदिर पर पं सुनील शर्मा भानगढ़ वाले, श्री राम मंदिर (दलपुरा) में पं. दीपक वैष्णव उज्जैन वाले, श्री आई माताजी मंदिर दलपुरा में पं प्रकाश शर्मा सोनगढ़ वाले श्री रामदेव मंदिर, श्री मंशा महादेव मंदिर मालीपुरा में पं. पवन शर्मा, श्री राम मंदिर राजपूत मोहल्ला में कृष्णकांत शर्मा छड़ावड़ वाले,लाल बाई फूलबाई मंदिर में पं.ओमप्रकाश शर्मा लावरिया वाले,शिव मंदिर मंडी प्रांगण में पं.अखिलेश शर्मा, कंजरोटा वाले श्री राम मंदिर देववंशीय लोहार समाज मंदिर में पं. प्रवीण शर्मा द्वारा कथा वाचन किया जा रहा है। सभी मंदिरों में दोपहर से ही श्रद्धालुओं की आवाजाही होकर संध्या तक कथाश्रवण किया जा रहा है। 

 

« PREV
NEXT »